जनपद उधम सिंह नगर के तहसील खटीमा तहसील क्षेत्र में सीएम के नाम पर जनपद जिलाधिकारी उधम सिंह नगर से रॉयल्टी जमा कर मिट्टी खोदने की परमिशन भले ही लेकर कागजो के दम पर मिट्टी खनन कर खनन रोजगारी बेरोजगार काम कर रहे हो लेकिन सीमान्त क्षेत्र खटीमा में मिट्टी खनन को लेकर कहानी कुछ यंहा की बयां कर रही है।
मुख्यमंत्री के नाम पर अधिकारियों से मिट्टी खनन की परमिशन लेकर नियमो को ताक पर रख स्थानीय कर्मचारियों को मोटी रकम के एवज में रात दिन मिट्टी की भरी ट्रेक्टर ट्राली धड़ल्ले से हाइवे पर गुजर कर खनन का काम धलड़ले से किया जा रहा है आपको बताते चले कि खटीमा क्षेत्र में कुछ सरकारी कामो की आड़ हो या फिर प्राइवेट मिट्टी खनन की परमिशन दोनों ही तरीको से मिट्टी खनन किया जा रहा जब कोई स्थानीय अधिकारियों से इनकी नियमो की शिकायत को लेकर बात करे तो अधिकारी या तो फोन नही उठाते या फिर कहते यह नजर आते है कि इसको दिखवाते है अगर असलियत में ईमादारी से अधिकारियों ने परमिशन वाली जगह की मिट्टी खनन हो रहे जगह की जांच कर ली तो राजस्व करोड़ो जो चुना इस मिट्टी खनन पर लग रहा है वो राजस्व को फायदा मिल सकता है।
खटीमा क्षेत्र का आलम यह कि खनन कंही का हो उन्हें तो सिर्फ अपनी जेब भरने से मतलब है आने वाली भारी बरसातों में उन ग्रामीण इलाको में असर पड़ेगा जंहा से मिट्टी खनन किया जा रहा है।