16 नवंबर 2024 ( सीमान्त की आवाज़ ) खटीमा जंगल से काटकर साइकिलों से ले जाई जा रही लकड़ी को वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। हालांकि टीम की भनक पर कुछ लकड़कट्टे साइकिलों को छोड़कर फरार हो गए। टीम ने 6 साइकिलों और उनपर लदी लकड़ी को कब्जे में लिया है। मामले में वन विभाग की तरफ से फरार लकड़कट्टों की सुरागरसी की जा रही है। वन विभाग की सख्ती से लकड़कट्टों में खलखली मच गई है। खटीमा लोहियाहेड के जंगल में मानव की दखल पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद जंगलों में मानव की घुसपैठ होती रहती है। इस संबंध में आए दिन मामले भी सामने आ रहे हैं। बताते हैं कि क्षेत्र के जंगल में हरे-भरे पेड़ों का कटान कर लकड़ी को साइकिलों के माध्यम से ठिकाने लगाया जा रहा है। यह सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है। जंगल को खोखला करने का कार्य सभी रेंजों में होना बताया जा रहा है। वन टीम की गश्त और निगरानी के बावजूद साइकिलों से जंगल की लकड़ी कैसे बाहर निकल रही है। इसपर जिम्मेदारों पर सबाल उठ रहे हैं। खटीमा के जंगल में लकड़कट्टों की तो आए दिन आमद हो रही है। शनिवार को भी तमाम लोग साइकिलों से जंगल की लकड़ी काटकर ठिकाने लगाने ले जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर खटीमा रेंजर महेश जोशी , वन दरोगा ने टीम के साथ खटीमा-लोहियाहेड मार्ग पर घेराबंदी की। टीम को देखते ही कुछ लकड़कट्टे फरार हो गए। टीम ने उनका पीछा भी किया लेकिन वह भागने में सफल रहे। टीम ने 6 साइकिलों पर लदी लकड़ी को कब्जे में लिया और रेंज कार्यालय ले गए। रेंजर ने बताया कि घेराबंदी कर 6 साइकिलों व उनपर लदी जंगल की लकड़ी के मोटे बोटे, कुल्हाड़ी बरामद की गई। लकड़कट्टे को भी गिरफ्तार किया गया है । और लकड़ी कट्टों की सुरागसी की जा रही है। लकड़ी समेत साइकिलों को कब्जे में लिया गया है। विभागीय केस दर्ज किया जा रहा है।
