13 अप्रैल 2025 (सीमांत की आवाज )
खटीमा (उत्तराखंड) में सड़क डिवाइडर की स्थिति को लेकर चिंताजनक हालात को दर्शाती हैं। डिवाइडर का निर्माण अधूरा होने और उसमें कचरा व मिट्टी जमा होने से न केवल शहर की सुंदरता प्रभावित हो रही है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। विगत दिनों पूर्व पालिका प्रशासन ने लाखों रुपयों की लागत से पेड़ो को लोहे की जाली से कवर्ड किया गया था लेकिन आज ताजा तस्वीरें कुछ भी इस दिखती नजर नहीं आ रही है।
**खबर का सार:**
**खटीमा में सड़क डिवाइडर की बदहाली, अधूरा निर्माण और गंदगी से परेशानी**
उत्तराखंड के खटीमा शहर में सड़क डिवाइडर की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। स्थानीय लोगों और राहगीरों की शिकायत है कि मुख्य सड़कों पर बने डिवाइडर का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है, जिसके चलते उनमें मिट्टी और कचरा जमा हो रहा है। तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि डिवाइडर टूटे-फूटे हैं और कचरे से अटे पड़े हैं, जिससे सड़क का दृश्य अस्वच्छ और अव्यवस्थित नजर आता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि डिवाइडर के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, जिसके कारण सड़क पर धूल और कचरा उड़ता रहता है। इससे वाहन चालकों को परेशानी होती है और दुर्घटना का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, सड़क पर वाहनों और पैदल यात्रियों की निरंतर आवाजाही के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
**प्रशासन की लापरवाही?**
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका और संबंधित विभाग इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे। कुछ का कहना है कि डिवाइडर निर्माण के लिए ठेके दिए गए, लेकिन कार्य पूरा होने से पहले ही ठेकेदारों ने काम छोड़ दिया। इसके साथ ही नियमित सफाई व्यवस्था का अभाव भी गंदगी का प्रमुख कारण बना हुआ है।
**नागरिकों की मांग**
नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि डिवाइडर के निर्माण कार्य को जल्द पूरा किया जाए और नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए डिवाइडर को मजबूत और सुंदर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।
**प्रशासन का रुख**
फिलहाल, स्थानीय प्रशासन की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि नागरिकों की शिकायतों के बाद जल्द ही इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे।