26 जून 2024 ( सीमान्त की आवाज़ )
दो दिवसीय जनपद चंपावत के भ्रमण पर पहुँचे आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद् व जनपद चंपावत के प्रभारी सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के विभिन्न अधिष्ठानों, न्यायालय,आपदा परिचालन केंद्र,अभिलेखागार का निरीक्षण कर राजस्व विभाग के अधिकारियों व जिलाधिकारी कार्यालय के सभी पटल प्रभारियोंकार्मिकों के साथ बैठक कर राजस्व कार्यों आदि की समीक्षा की। विभिन्न पटलों के निरीक्षण के दौरान आयुक्त राजस्व परिषद् द्वारा पटल प्रभारियों से पटल से सम्बन्धित विभिन्न जानकारी ली।
इसके उपरान्त उन्होंने जिला कार्यालय सभागार में राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर राजस्व कार्यों आदि सम्बन्ध में जानकारी ली, बैठक में प्रथम बार परिषद् के आयुक्त में सचिव के जिला कार्यालय आगमन पर जिलाधिकारी नवनीत पाण्डेय द्वारा उनका स्वागत करते हुए जिले की प्रशासनिक इकाइयों सहित महत्वपूर्ण जानकारी से उन्हें अवगत कराया, जिलाधिकारी द्वारा राजस्व विभाग अन्तर्गत विभिन्न अधिष्ठानों व तहसील स्तर पर रिक्त पदों की जानकारी के साथ ही जनपद में राजस्व कार्यों खतौनी पुनरीक्षण/अद्यतन प्रक्रिया जिले के सभी विभागों की विभागीय परिसम्पत्तियों के बाउंड्री (पॉलीगन) सृजन करने हेतु जनपद स्तर पर प्रगति की जानकारी देते हुए अवगत कराया कि जिले में कुल 1942 परिसंपत्तियाँ चिन्हित की गई हैं जिनमें से वर्तमान तक 1303 परिसंपत्तियाँ विकसित मोबाईल एप्लीकेशन में पॉलीगन सृजन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, शेष कार्य प्रगति पर है। इस संबंध में सचिव ने कहा कि जिले में प्रत्येक विभाग की जितनी भी परिसंपत्तियाँ हैं उन विभागों से विवरण प्राप्त कर उनका ऑनलाइन एप्लीकेशन में बाउंड्री (पॉलीगन) बनना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा दर्शायी गयी परिसंपत्तियाँ का राजस्व विभाग मौके पर जाकर भी निरीक्षण करें कि मौके पर वास्तविक भूमि उपलब्ध है या नहीं,अगर भूमि मौके पर कम पाई जाती है और किसी प्रकार का अतिक्रमण है तो तत्काल कार्यवाही की जाय तथा अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान चलाया जाय ।
अवैध अतिक्रमण हटाए जाने के संबंध में जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि जिले में कुल 991 अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं जिनमें से वर्तमान तक 157 अतिक्रमण हटाए गए हैं, शीघ्र ही एक बृहद अभियान चलाकर जिले के विभिन्न स्थानों में अवैध अतिक्रमण को हटाया जाएगा।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि विगत वर्ष जिले में 91% राजस्व वसूली की गई थी, इस वर्ष शत प्रतिशत वसूली हेतु अभी से कार्यवाही गतिमान है बैठक के दौरान जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय सहित अन्य अधीनस्थ न्यायालयों में लंबित वादों की समीक्षा के दौरान डीएम ने अवगत कराया कि जिले में प्रत्येक माह दर्ज वादों के सापेक्ष अधिक वादों का निस्तारण न्यायालयों में किया जा रहा है। सचिव ने कहा कि न्यायालय में केस की तिथि से संबंधित जानकारी ऑनलाइन आर.सी.एम.एस. पोर्टल में अपलोड की जाय। यह ई. गवर्नेंस की एक पहल है इसका पूर्ण उपयोग किया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सचिव को राज्य आपदा मोचन निधि, राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि तथा नॉन एस.डी.आर.एफ. के अंतर्गत प्राप्त धनराशि के सापेक्ष व्यय की स्थिति तथा आपदा न्यूनीकरण कार्यों के बारे में अवगत कराया।डीएम ने यह भी अवगत कराया कि जिले में वर्तमान तक कुल 19 परिवारों का विस्थापन कर 80.30 लाख रुपए की धनराशि अवमुक्त की गई है।
बैठक में डीएम द्वारा आयुक्त/ सचिव राजस्व परिषद् की सम्मुख पाटी तहसील के अनावासीय भवन, पूर्णागिरि तहसील भवन के अतिरिक्त निर्माण कार्य उपजिलाधिकारी आवास टनकपुर की मरम्मत, बाराकोट तहसील भवन, मंच पुल्ला उप तहसील भवन के निर्माण, लोहाघाट उपजिलाधिकारी आवास को हैरिटेज भवन के रूप में विकसित करने के साथ ही जिले में तहसीलदारों की शीघ्र तैनाती करने की मांग रखी।
इससे पूर्व जिलाधिकारी कार्यालय आगमन पर आयुक्त/सचिव राजस्व परिषद् को कलेक्ट्रेट परिसर में उन्हें “गार्ड ऑफ ऑनर” दिया गया। सचिव द्वारा जिला कार्यालय के विभिन्न पटलों के साथ ही आपदा परिचालन केंद्र का भी निरीक्षण किया।
बैठक में अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उप जिलाधिकारी सौरव असवाल, रिंकू बिष्ट, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गीता गौतम सहित जिला कार्यालय के विभिन्न पटल प्रभारी उपस्थित रहे।