भारत नेपाल सीमा से सटे खटीमा सुरई वन क्षेत्र में भारामल समाधि धाम में 5 जनवरी को महंत हरिगिरि महाराज व सेवादार रूप सिंह बिष्ट की हत्या की गई थी जिसमे तीसरे सेवादार घायल नन्हे घटना का चश्मदीद गवाह था जिसकी घटना के बीस दिन बाद निर्माण कुटिया आश्रम खटीमा में संदिग्ध मौत हो गयी।मामले के खुलासे को लेकर कुमाऊँ रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों ने थाना झनकईया में डेरा जमाया हुआ है लेकिन अभी तक दोहरे हत्याकांड का खुलासा नही हो पाया है। बताया जा रहा है कि घटना के चश्मदीद गवाह भारामल धाम के सेवादार नन्हे नामक व्यक्ति से पुलिस द्वारा पूंछताछ की जा रही थी प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 24 जनवरी दिन बुधवार को खटीमा निर्माण कुटिया आश्रम में नाले के पास उसका शव संदिग्ध अवस्था मे मर्त पाया गया सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।

गौरतलब है कि कल दिनांक 24 जनवरी को दोहरे हत्याकांड को लेकर कुमाऊँ D.I.G. योगेंद्र रावत द्वारा घटना स्थल का दौरा किया गया और एसएसपी डॉ. मंजनाथ टीसी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। डीआईजी ने जांच में जुटी पुलिस टीमों की अब तक के कार्य की समीक्षा की। एसएसपी ने कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिलने और हत्याकांड का जल्द खुलासा करने का दावा किया।