9 अप्रैल 2025 (सीमांत की आवाज )
खटीमा, उधम सिंह नगर जनपद में सड़कों पर ओवरलोड वाहनों का अनियंत्रित संचालन एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। इन वाहनों की वजह से न केवल सड़कों की स्थिति खराब हो रही है, बल्कि हादसों का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरलोड ट्रक और अन्य भारी वाहन निर्धारित क्षमता से कहीं अधिक भार लेकर सरपट दौड़ते हैं, जिससे सड़कों पर गड्ढे और दरारें आम हो गई हैं।
हाल के समय में खटीमा-सितारगंज,पीलीभीत,लोहियाहेड,रोड जैसे व्यस्त मार्गों पर ओवरलोड वाहनों के कारण कई दुर्घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से कुछ हादसे बेहद गंभीर रहे हैं, जिनमें जानमाल का नुकसान भी हुआ है। उदाहरण के तौर पर, पिछले कुछ महीनों में बाइक सवारों और ओवरलोड वाहनों की टक्कर के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठे हैं।
लोगों का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन इस समस्या के प्रति मौन साधे हुए हैं। ओवरलोड वाहनों पर नकेल कसने के लिए न तो नियमित चेकिंग की जा रही है और न ही कोई ठोस कार्रवाई दिख रही है। कुछ का कहना है कि वाहन चालक और मालिकों की मिलीभगत से नियमों की अनदेखी हो रही है, जिसे प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है। सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए नागरिकों ने मांग की है कि ओवरलोडिंग पर सख्ती से रोक लगाई जाए, वाहनों का वजन चेक करने के लिए चेकपॉइंट स्थापित किए जाएं और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
हालांकि, इस मुद्दे पर पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक प्रशासन जागरूक नहीं होगा, तब तक सड़कों की हालत और हादसों का सिलसिला जारी रहेगा। यह स्थिति न केवल खटीमा की यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा बन रही है।