जनपद उधम सिंह नगर के नानकमत्ता साहिब में डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम हत्याकांड मामले में आठ दिन बीत जाने के बाद मुख्य अपराधियो को सरक्षण देने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर थपथपा रही खुद अपनी पीठ।
सीमान्त की आवाज़ उधम सिंह नगर 28 मॉर्च को नानकमत्ता साहिब डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम को दो बाइक सवार सिक्खों ने सुबह उनके डेरे में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसको लेकर उत्तर भारत मे सिक्खों में शोक की लहर दौड़ पड़ी थी मौके पर पहुंचकर सूबे के मुखिया पुष्कर धामी ने बाबा के अंतिम दर्शन कर भावुक हो उठे थे पुलिस ने घटना वाले दिन जल्द आरोपियों को पकड़ने की बात कहकर टीमो का गठन भी कर दिया गया लेकिन पुलिस थाने की 500 मीटर की दूरी से कम दूरी पर डेरा कार सेवा में घुसकर वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी अभी तक फरार है और धामी सरकार ने अभी तक जनपद के पुलिस आलाधिकारियों पर कोई कार्यवाही नही की है जबकि 6 मॉर्च घटना के 23 दिन पूर्व मृतक बाबा तरसेम ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी उसके बावजूद बाबा को सुरक्षा नही दी गयी अगर बाबा को एक होमगार्ड ही पुलिस प्रशासान से मुहैया हो जाता तो शायद बाबा तरसेम की हत्या टल सकती थी।
4 अप्रैल यानी कि घटना के आठ दिन बाद गठित टीम की मदद से विभिन्न जगहों से मुख्य अपराधियों को सरक्षण देने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर नानकमत्ता थाने में मीडिया के सामने वाह वाही लूट रही है। घटना वाले दिन 28 मॉर्च को बताया जा रहा है कि बाबा तरसेम को गोली लगने के 20 मिनट बाद पुलिस को घटना का पता लग गया था अगर सभी जगह पुलिस की मुस्तेदी के चलते नाकाबंदी की जाती तो अपराधियो का भाग पाना मुश्किल होता और मुख्य अपराधी पुलिस की गिरफ्त आज होते फिलहाल पुलिस द्वारा 11 टीमो का गठन करने के बाद 4 लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिन्होंने मुख्य अपराधियो की सहायता की थी।
सूत्रों की माने तो सूबे के मुख्य पुष्कर सिंह धामी को 6 अप्रैल को बाबा तरसेम के भोग में आना है पुलिस से सवाल जवाब न हो जाये इसलिए 4 लोगो को गिरफ्तारी कर कार्यवाही को जारी रख बाबा तरसेम हत्याकांड में कितनी मुस्तेदी से काम कर रही है पुलिस यह जगजाहिर है।