(सीमान्त की आवाज़)खटीमा शहर से गंदे पानी की निकासी को बना ऐंठा नाला अब पॉलीथिन से पटता जा रहा है। गंदा पानी सड़कों पर पसने लगा।
खटीमा : शहर से गंदे पानी की निकासी को बना ऐंठा नाला अब पॉलीथिन से पटता जा रहा है। लोगों ने नाले में कूड़ा-कचरा फेंकना शुरू कर दिया है। कचरा एकत्र होने से संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है। दूसरी ओर, बार-बार की गुहार के बावजूद व्यवस्था में सुधार के बावजूद नगर पालिका प्रशाशन धयान नही दे रहा है।
ऐंठा व खकरा नाले इस्लामनगर मोहल्ले से निकलकर शहर के बीचोंबीच होकर गुजरते है। उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रशासन ने दोनों नालों से अतिक्रमण हटा दिया है। नियमित सफाई न होने से बरसात में नाले उफान पर आ जाने से शहर के निचले इलाकों में गंदगी फैल जाती है।
नालों की साफ-सफाई पर गंभीरता से ध्यान न देना अब तक कई बार लोग अव्यवस्था झेल चुके हैं। कुछ लोगों ने दरअसल, ऐंठा नाले पर कूड़ा डालकर उसे पाटना शुरू कर दिया है। जिससे बरसात के दिनों में पानी निकासी की समस्या पैदा होगी। साथ ही संक्रामक रोगों के फैलने की भी आशंका बनी हुई है। इसको लेकर कई बार नगरवासी पालिका प्रशासन से शिकायत कर चुके है। परंतु पालिका प्रशासन की ओर से काई उचित कार्रवाई अब तक नहीं की है। जिससे लोगों का खासा आक्रोश व्याप्त है। खास बात यह है कि बरसात के दिनों में ही पालिका प्रशासन यह सब दिखाई देता है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी रविन्द्र बिष्ट ने दूरभाष पर जानकारी देते हुए बताया कि ऐंठा नाले के सफाई हेतु इसमें सफाई की कार्यवाही कर दवाई छिड़की जाएगी जिससे क्षेत्र में फैलने वाली बीमारी से निजात मिल सकेगी।