9 मई 2024 ( सीमान्त की आवाज़) समय-समय पर पौधरोपण कर विद्यार्थियों को पर्यावरण व हरियाली के लिए जागृत करने वाले ही हरे पेड़ों पर आरी चलवाने लगे हैं। खटीमा ग्राम सिग्लपट्टी स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में खड़े पंद्रह हरे-भरे पेड़ 28 अप्रैल रविवार को काट डाले गए। अब स्कूल प्रिंसिपल मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं। ग्रामीणों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।जानकारी के अनुसार स्कूल प्रिंसिपल ने स्कूल परिसर में खड़े पंद्रह पेड़ बेच डाले। रविवार 28 अप्रैल को स्कूल की छुंट्टी होने पर बाद गुपचुप तरीके से इन पेड़ों की कटाई शुरू कर दी गई। काटे गए पेड़ों में तीन यूकेलिप्टस के साथ 12 पेंड़ आम के शामिल हैं। आम के फलदार हरे पेंडो में छोटे छोटे आम भी हुए थे। इस बारे में न तो जिला शिक्षा अधिकारी की अनुमति ली गई और न ही वन विभाग से हरे पेड़ काटने की अनुमति हासिल की गई।
मामले में स्थानीय संबंधित अधिकारियों से जानकारी मिली कि विद्यालय की प्रिंसिपल ने खटीमा उपजिलाधिकारी से यूकेलिप्टस के 12 पेंडो को काटने का आदेश प्राप्त हुआ था वो भी आदेश अधूरा है लेकिन मौके पर मीडिया के लोगो ने देखा तो तीन यूकेलिप्टस समेत 12 हरे फलदार आम के पेंडो को काट दिया गया है।
भूड़ा किशनी ग्राम सभा के सिग्लपट्टी के ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में काटे गए पेंडो पर निंदा करते हुए स्कूल प्रशासान के खिलाफ उच्च स्तरीय कार्यवाही की मांग की है । स्थानीय ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गांव के जनप्रतिनिधि के साथ मिलकर इन पेंडो को काटा गया है और साथ मे स्कूल की दीवारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
सरकारी विद्यालय परिसर में काट गए हरे फलदार पेंडो के मामले में वन विभाग S.D.O.संचिता वर्मा से जानकारी लेने पर बताया कि विद्यालय में काटे गए पेंडो कि जांच के लिए किलपुरा रेंज के कर्मचारियों व अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है अगर मामले में कुछ भी गलत पाया गया तो उस पर कार्यवाही की जाएगी।