27 जून 2024 ( सीमान्त की आवाज़ ) जगजाहिर है कि खटीमा नगर में बहने वाले ऐंठा,खकरा की सफाई दशकों से मात्र औपचारिकता भर होती है। कुछ ऐसा ही हाल नगर के बीचों बीच ऐंठा नाला जो वार्डो व बाज़ार से होकर बहने वाला खकरा, ऐंठे नाले का है। इसे देखकर लगता नहीं है कि उसकी कभी सफाई हुई हो।
खटीमा नगर पालिका प्रशासान के काम भी वर्षों से निराले ही नजर आते है आने वाले सरकार से लाखों करोड़ों के बजट को पालिका प्रशासान किस तरह ठिकाने लगाने का काम कर रहा है यह बात किसी से छुपी नही है मानसूनी सीजन में राज्य सरकार से नगर पालिका क्षेत्र की समस्त वार्डो की नालियों व नगर के बीचों बीच बहने वाले ऐंठा,व खकरा नाले की सफाई तला झाड़ होनी होती है लेकिन हर वर्ष बरसात में इनकी सफाई सिर्फ ओपचारकिता भर ही रह जाती है।
खटीमा नगर पालिका में पालिका अध्यक्ष के कार्यकाल की समाप्ति के बाद सरकार द्वारा प्रशासक नियुक्त किये गए है लेकिन नगर की सफाई व्यवस्था के हाल बेहाल है पालिका प्रशासान के कथित अधिकारी कर्मचारी कागजो व फाइलों में काम दिखाकर सरकार को लाखों करोड़ों का चूना लगाने का काम कर रहे है। वार्डो में सफाई कर्मी नालियों की सफाई की बजाय नालियों में ऊपर से ही झाड़ू लगाकर सफाई के नाम पर क्षेत्रवासियों को गुमराह करने का काम करते नजर आते है ।
क्या कहते है नगर के लोग
वार्ड 6 में आश्रम पद्धति स्कूल के पीछे रहने वाले वार्ड वासी लोचन सक्सेना बताते है कि हर साल बारिश में वार्ड में थोड़ी ही बारिश में सड़क पानी से लबालब भर जाती है ऐंठे नाले से सफाई पूर्ण नही की जाती है उन्होंने कहा कि क्षेत्र के राज्य में सीएम है फिर भी अधिकारी कर्मचारी बेलगाम है ।
वार्ड वासी श्रीमती कृष्णा देवी ने बताया कि नगर पालिका क्षेत्र में नगर के बीचों बीच बहने वाले ऐंठा नाले की सफाई हर साल अधूरी होने के कारण बरसात में नाला उफान पर आ जाता है जिससे घरों में पानी घुस जाता है इसकी सफाई पूरी हुई चाहिए
इसी क्रम में नगर पालिका के लगभग समस्त क्षेत्र वासी लोग नगर की सफाई व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाते नजर आ रहे है कि आखिर कब पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जाएगी।